surya grahan 13 november 2023 time:सौरमंडल में लगने वाली ग्रहण की घटना भले ही खगोलीय हो, लेकिन ज्योतिष के मुताबिक इसके लाभ और हानि का दूरगामी परिणाम होता है|सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को लेकर दुनियाभर में कौतूहल बना रहता है. विज्ञान की दृष्टि से देखें तो ये एक खगोलीय घटना है, जो साल-दरसाल होती रहती है. ऐसे में यदि बात करें साल 2023 की तो इस वर्ष 4 ग्रहण हैं, जिसमें 2 लग चुके हैं लेकिन 2 अभी बाकी हैं. इस वर्ष का पहला ग्रहण सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जोकि एक पूर्ण सूर्य ग्रहण था. वहीं, पहला चंद्र ग्रहण 5-6 मई की रात लगा था|
जोकि एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण था. अब साल का दूसरा सूर्य ग्रहण और दूसरा चंद्र ग्रहण अक्टूबर माह में 15 दिनों के अंतराल पर लगने वाले हैं. दरअसल, भारत देश में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं हैं. माना जाता है कि ग्रहण की अवधि में पूजा, मांगलिक कार्य, भोजन बनाना-खाना, गर्भवती महिलाओं का घर से बाहर निकलने की मनाही होती है. अब सवाल है कि अक्टूबर में किन-किन तरीख में सूर्य और चंद्र ग्रहण लग रहा है? सूतक काल का महत्व क्या है?
Grahan 13 November 2023 Time:
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या पर 14 अक्टूबर, शनिवार को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा. इसकी विशेषता यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. मूल रूप से यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा उत्तरी अफ्रीका का किनारा, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार, 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शनिवार को रात में 8 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रात 2 बजकर 25 मिनट पर होगा.|
सूतक काल मान्य होगा या नहीं (Surya Grahan 2023 sutak kaal timing)
पंडित पवन त्रिपाठी के मुताबिक, यह ग्रहण भारत में नहीं दृश्यमान होगा. इसलिए, इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. यानी कि इस ग्रहण का देश दुनिया पर भौतिक प्रभाव, आध्यात्मिक प्रभाव, सूतक का प्रभाव या किसी प्रकार का धार्मिक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. इस ग्रहण के दौरान भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए सामान्य दिनचर्या होगी. शास्त्रों की मानें तो ग्रहण जहां लगता है और जहां दिखता है वहीं इसका प्रभाव भी पड़ता है. इसलिए, भारत में यह ग्रहण न दिखने के कारण इसका कोई भी प्रभाव भारतवासियों पर नहीं पड़ने वाला है.
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विश्व पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव (Surya Grahan 2023 effect)
उन्होंने आगे बताया कि लेकिन अगर इस ग्रहण को विश्व परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो निश्चित रूप से अश्विन महीने में यानी कि एक ही महीने में लगने वाले दो ग्रहण समाज के लिए, विश्व के लिए अच्छा नहीं है. धर्म शास्त्रों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि अगर एक ही महीने में दो ग्रहण लगते हैं तो यह विश्व के लिए समाज के लिए अच्छा नहीं माना गया है.
कहां कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण (Solar eclipse 2023 visibility)
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. साल का दूसरा सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, आदि जगहों पर दिखाई देगा.