Mera Pani Meri Virasat Yojana: मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत हरियाणा सरकार अपने राज्य के स्थाई किसानों को 7000 रुपए की प्रति एकड़ कि दर से अनुदान राशि प्रदान करती है|किसान भाइयों को हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुदान राशि डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की खेती छोड़कर मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, एवं सब्जी की खेती करने वाले किसानों को लाभ प्रदान करनी है|
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा मेरा पानी मेरी विरासत योजना को जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिएशुरू की गई है| मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी का कहना है की यह योजना किसानों के जल संरक्षण का विकास करेगी और धान की खेती छोड़कर कोई अन्य खेती करने वाले किसानों को योजना का लाभ प्रदान करेगी|मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा किसानों को योजना के तहत 7000 रुपए प्रति एकड़ की दर से योजना का लाभ मिलेगा|
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मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल किसानों के लिए फसल पंजीकरण करने के लिए अंतिम बार खोला गया है। अगर कोई भी किसान इस पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराएंगे तो सरकार उनकी फसल एमएसपी पर नहीं खरीद पाएगी। फसल पंजीकरण कराने में किसान इसलिए कम रुचि दिखा रहे हैं कि उन्होंने अपनी जमीन को फसल बोआई के लिए पट्टे पर दिया हुआ है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल’ किसानों की फसल पंजीकरण करने के लिए अंतिम बार खोल दिया है। जिन किसानों ने अभी तक अपनी फसल का पंजीकरण नहीं कराया है। वे किसान अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। पहली अप्रैल से गेहूं और सरसों की फसल मंडियों में आनी शुरू हो जाएगी।
Mera Pani Meri Virasat Yojana Highlights
योजना का नाम | मेरा पानी मेरी विरासत योजना |
राज्य | हरियाणा |
वर्ष | 2023 |
किसके द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर |
उद्देश्य | धनराशि देकर किसानों का विकास करना |
लाभार्थी | किसान |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | fasal.haryana.gov.in |
Haryana Mera Pani Meri Virasat Yojana
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा शुरू की गई योजना मेरा पानी मेरी विरासत एक ऐसी कल्याणकारी योजना है जो राज्य के स्थाई किसानों को वर्तमान समय में प्रदेश के 19 ब्लॉक में कार्य कर रही है और किसानों को योजना का लाभ प्रदान कर रही है|यह योजना किसानों को धान की खेती के अतिरिक्त अन्य चयनित खेती के लिए 7000 रुपए प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है|
सरकार अब उन्हीं किसानों की फसल को सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीदेगी, जिनका मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण होगा। जिले में इस बार 48 हजार हेक्टेयर भूमि पर फसल की बोआई की गई है। जबकि जिले के पांच हजार किसानों ने सिर्फ 50 हजार एकड़ भूमि की फसल का पंजीकरण कराया है। सरकार भी इस बात को लेकर चिंतित है कि किसान अपनी फसल का पोर्टल पर पंजीकरण करने में रुचि क्यों नहीं दिखा रहे हैं।
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Mera Pani Meri Virasat Yojana Haryana का उद्देश्य
हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के किसानों के विकास के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना को शुरू किया गया| इस योजना के तहत हरियाणा सरकार किसानों को धान की खेती ना करने के लिए प्रेरित करती है|हरियाणा सरकार द्वारा केवल उन्हीं क्षेत्रों को इस योजना के तहत चयनित किया गया है जहां भूमिगत जल स्त्रोत 40 मीटर या उससे अधिक गहराई पर है|जिसके कारण कम पानी वाले क्षेत्रों में धान की खेती करना बहुत ही कठिन हो जाता है जिससे किसानों की खेती भी पूरी नहीं हो पाती और ना ही उनकी लागत की भरपाई हो पाती है| यहां योजना किसानों को धान की खेती ना करने के प्रति प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है
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हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत शामिल क्षेत्र
- गुहला
- सिरसा
- इस्माईलाबाद
- बाबेन
- पिपली
- रतिया
- सीवन
- शाहजहानाबाद
मेरा पानी मेरी विरासत योजना की विशेषताएं एवं हितलाभ
- किसानों के लिए हरियाणा सरकार द्वारा जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है|
- योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार द्वारा 7000 रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी|
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में रहने वाले किसान धान की खेती छोड़ उन्हें सरकार द्वारा 7000 रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी|
- यह योजना उन किसानों को धान छोड़कर अन्य वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, एवं सब्जी की खेती करने का अवसर प्रदान करती हैं|
- यह योजना हरियाणा राज्य के किसानों को धान की खेती छोड़ने पर योजना के अंतर्गत अनुदान के लिए आवेदन का विकल्प प्रदान करती हैं|
- हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना किसानों को उनके 50% या फिर उससे अधिक भू हिस्से पर धान की जगह मक्का कपास, बाजरा, दलहन, एवं सब्जियों की खेती करने पर 7000 रुपए प्रति एकड़ प्रदान करता है|
- किसान भाइयों को सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए गत वर्ष धान के क्षेत्रफल में 50% या 50% से अधिक फसल विधिकरण करना होगा|
- यदि किसान फसल विधिकरण के लिए खेतों में सिंचाई यंत्र लगवाते है तो इस स्थिति में किसानों को कुल लागत का सिर्फ जीएसटी ही देना होगा|
- इसी के साथ यदि किसान फसल विधिकरण के अंतर्गत फसल का बीमा करवाते हैं तो किसान के हिस्से की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा|
- हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को मक्का बिजाई मशीन पर 40% अनुदान दिया जाता है|
- किसानों द्वारा उगाई गई फसल सरकार द्वारा उचित मूल्य पर खरीदी जाएगी जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो|
किसानों ने जमीन पट्टे पर दिया
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग भी अपनी योजनाओं का लाभ उन्हीं किसानों को प्राथमिकता पर देता है, जिन्होंने अपनी फसल का पंजीकरण कराया हुआ है। कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी किसानों को फसल पंजीकरण कराने के लिए काफी जागरूक करते हैं। गांव मोहना के किसान सुरेंद्र कुमार का इस बारे में कहना है कि फसल पंजीकरण कराने में किसान इसलिए कम रुचि दिखा रहे हैं कि उन्होंने अपनी जमीन को फसल बोआई के लिए पट्टे पर दिया हुआ है।
फसल मंडी में आने के बाद नहीं होगा पंजीकरण
पट्टेदार फसल पंजीकरण कराएगा तो गिरदावरी में उनका नाम आ जाएग। बाद में भूमि के मालिकाना हक को लेकर पट्टेदार अदालत में जा सकते हैं। वहीं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. बाबूलाल का कहना है मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को फसल पंजीकरण के इस सत्र में अंतिम बार खोला गया है। किसान अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। पटवारियों ने गिरदावरी कर ली और उन्होंने फसल पंजीकरण का सत्यापन भी कर लिया है। फसल मंडी में आनी शुरू हो जाएगी तो फिर किसानों के लिए पंजीकरण कराना मुश्किल हो जाएगा।
फसल की गिरदावरी का काम पूरा
जिला राजस्व अधिकारी बिजेंद्र राणा का कहना है कि उन्होंने फसल की गिरदावरी का काम पूरा कर लिया है और इसे ऑनलाइन अपलोड भी कर दिया है। अब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी व मार्केट कमेटी के कर्मचारी पोर्टल पर किसानों द्वारा की गई फसल पंजीकरण का मिलान कर रहे हैं।
Mera Pani Meri Virasat Scheme Haryana के लाभ
- इस योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य के स्थाई किसानों को मिलेगा|
- किसान भाइयों को राज्य सरकार द्वारा मक्का तरह की खेती के लिए मशीनरी एवं माइक्रो इरीगेशन और ड्रिप इरिगेशन के लिए 80% सब्सिडी प्रदान की जाएगी|
- मेरा पानी मेरी विरासत योजना किसानों को मूंग, अरहर, मक्का, तिल, कपास, उड़द एवं सब्जी की खेती के लिए प्रेरित करती है और किसानों को उगाई गई फसल के न्यूनतम खरीद समर्थन मूल्य प्रदान करती है|
- हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 7000 रुपए प्रति एकड़ प्रदान किए जाते हैं|
- हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसकी जानकारी नीचे उपलब्ध है|
CM Mera Pani Meri Virasat Yojana Eligibility (पात्रता)
- इस योजना के तहत किसानों को उन्हें जगहों पर धान की खेती करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां पर पिछले वर्ष धान की खेती नहीं हुई है|
- योजना के तहत वह ग्राम पंचायतें जिनका भूमिगत जल स्त्रोत 35 मीटर गहरा है वहां पर धान की खेती नहीं की जाएगी|
- उन किसानों को धान की खेती करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जिनका ट्यूबेल 50 हॉर्स पावर का है और इलेक्ट्रिक मोटर से चल रहा है|
- योजना का लाभ लेने के लिए किसानों आवेदन एवं दस्तावेज संबंधित पूर्ण जानकारी लेख में दी गई है|
मुख्यमंत्री मेरा पानी मेरी विरासत योजना के आवेदन हेतु प्रमुख दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट विवरण
- खेती वाली भूमि के दस्तावेज
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
मेरा पानी मेरी विरासत योजना आवेदन प्रक्रिया
किसान भाइयों को योजना के तहत आवेदन करने के लिए नीचे दी गई ऑनलाइन आवेदन की जानकारी को पढ़कर दर्शाई गई आवेदन प्रक्रिया द्वारा आवेदन करना है इस लेख में किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत योजना ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, फसल विधिकरण के लिए पंजीकरण करने की प्रक्रिया, रिचार्ज शाफ्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया संबंधित पूर्ण जानकारी इस लेख में प्रदान की गई है|
- हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको सर्वप्रथम अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा|
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए दिए गए लिंक का प्रयोग करें|
- दिया गया लिंक ओपन करने के उपरांत आपके सामने अधिकारिक वेबसाइट का मुख्य पेज आएगा जो भी कुछ इस प्रकार का दिखाई देगा|
- अब आपको यहां दिए गए विकल्प किसान अनुभाग में जाना है|
- किसान अनुभाग विकल्प पर जाने के बाद आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा जो भी कुछ इस प्रकार का दिखाई देगा|
- चित्र के अनुसार आपको दिए गए विकल्प किसान पंजीकरण हरियाणा पर क्लिक करना है|
- क्लिक करने के उपरांत आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा|
- अब आगे आने वाले पेज में अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और अब दिया गया कैप्चा कोड दिए गए स्थान पर दर्ज करें|
- अब आपको दिए गए विकल्प लॉगिन पर क्लिक करके अपनी लॉगिन प्रक्रिया को सर्वप्रथम पूर्ण करना है|
- लॉगइन प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म आ जाएगा|
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मांगी गई उपयुक्त जानकारी दर्ज करें|
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मांगी गई उपयुक्त जानकारी दर्ज करने के उपरांत आपको दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करके अपनी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूर्ण करना है|
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको दिए गए लिंक द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है|
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए इस लिंक का प्रयोग करें|
- अब आपको होम पेज पर आकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के विकल्प पर क्लिक करना है|
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के विकल्प पर क्लिक करने के उपरांत आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा|
- यहां आपको अपना नाम पता दर्ज करना है|
- मांगी गई उपयुक्त जानकारी दर्ज करने के उपरांत अपने आवेदन पत्र को सबमिट कर दे|
फसल विधिकरण के लिए पंजीकरण करने की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- अधिकारी वेबसाइट पर जाने के लिए दिए गए लिंक का प्रयोग करें|
- अब आपको यहां दिए गए विकल्प फसल विधिककरण के लिए पंजीकरण करें पर क्लिक करना है|
- फसल विधिककरण पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा|
- आपको यहां अपना आधार नंबर दर्ज करना है|
- आधार नंबर दर्ज करने के बाद आपको ओटीपी के विकल्प पर क्लिक करना है|
- अब आपको मांगी गई उपयुक्त जानकारी दर्ज करनी है जैसे फार्मर डिटेल, टोटल लैंड होल्डिंग तथा क्रॉप डिटेल इत्यादि|
- मांगी गई उपरोक्त जानकारी दर्ज करने के उपरांत आपको दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करके अपनी फसल विविधीकरण पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण करना है|
रिचार्ज शाफ्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
- रिचार्ज शाफ्ट आवेदन प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए आपको सर्वप्रथम आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए इस लिंक का प्रयोग करें|
- अब आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा आपको यहां रिचार्ज शाफ्ट के लिए आवेदन करे विकल्प पर क्लिक करना है|
- क्लिक करने के उपरांत आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा|
- यहां अपना आधार नंबर व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम पता मोबाइल नंबर जिला किला नंबर, मुरादा अपने तहसील ग्राम और कैप्चा कोड दर्ज करना है|
- अब आपको सेव के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस तरह आप आसानी से रिचार्ज शाफ्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं|