join

Telangana New Cm Revanth Reddy:जानिए कौन हैं रेवंत रेड्डी

कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा क‍ि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तेलंगाना विधायक दल के नए CLP के रूप में रेवंत रेड्डी के साथ जाने का फैसला किया है।तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी को पार्टी विधायक दल का नेता बनाने का फैसला हुआ है। जो प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधायकों की ओर से पारित प्रस्ताव के आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रेड्डी के नाम का फैसला किया।

तेलंगाना में जीत का सबसे ज्यादा श्रेय रेवंत रेड्डी को मिल रहा है|यही वजह है कि सीएम पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चा रेवंत रेड्डी की है. रेवंत रेड्डी तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं. रेड्डी तेलंगाना में कांग्रेस के उन तीन लोकसभा सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने 2019 में जीत हासिल की थी|इस चुनाव में भी रेवंत तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के सामने कामारेड्डी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, हालांकि, बीजेपी उम्मीदवार ने दोनों को मात दे दी|

Telangana New Cm Revanth Reddy

उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन के बारे में जानकारी बाद में दी जाएगी। इससे पहले तेलंगाना में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की सोमवार को बैठक हुई थी। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया था।

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तेलंगाना में सरकार गठन के मुद्दे पर मंगलवार को चर्चा की। बैठक में तेलंगाना में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लगाई गई। रेड्डी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए पहले से ही लगभग तय माना जा रहा था। उन्हें हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत का श्रेय दिया जा रहा है।

एबीवीपी से की राजनीति की शुरुआत 

रेड्डी ने अपनी छात्र राजनीति की शुरुआत एबीवीपी से की. बाद में वे चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी में शामिल हो गए. 2009 में वे आंध्र की कोडांगल से टीडीपी के टिकट पर विधायक चुने गए. 2014 में वो तेलंगाना विधानसभा में टीडीपी के सदन के नेता चुने गए. 

2017 में रेवंत रेड्डी कांग्रेस में शामिल हो गए. हालांकि, वे 2018 में विधानसभा चुनाव हार गए. हालांकि, कांग्रेस ने उनपर भरोसा जताते हुए 2019 लोकसभा चुनाव में मलकाजगिरि से टिकट दिया, इसमें उन्होंने जीत हासिल की. 2021 में कांग्रेस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष बना दिया|

Leave a Comment