char dham yatra e pass online registration;Chardham Yatra e pass;यदि आप भी इस साल चारधाम यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो अभी से इसकी तैयारी शुरू कर लें क्योंकि 22 अप्रैल से शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है|उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू होने में अब दो माह से भी कम का समय बचा है, ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से ऑनलाइन पंजीकरण की शुरूआत हो गई है। यह रजिस्टेशन एडवांस में किया जा रहा है।
Char Dham Yatra Registration: 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही उत्तराखंड (Uttarakhand) की चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग (Tourism) द्वारा की जा रही एडवांस बुकिंग के लिए आपके पास कुछ दस्तावेजों का होना जरूरी है जो हम आपको यहां बता रहे हैं। सरकार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के विकल्प यात्रियों को दे रही है। 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा की शुरूआत होगी। इसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम और 27 अप्रैल को बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे।
Char Dham Yatra Registration
दोनों धामों के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।बदरीनाथ और केदारनाथ की तीर्थयात्रा के लिए पिछले 2 दिन में 60000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसे ध्यान में रखते हुए अप्रैल में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में पिछले सभी रिकॉर्ड टूटने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस साल बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को और केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि दोनों धामों के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कोविड-19 के कारण 2 साल के अंतराल के बाद पिछले साल पूरी तरह से शुरू हुई चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे और इस साल इस संख्या के और बढ़ने की उम्मीद है।
Char Dham Yatra Registration 2023
आर्टिकल का नाम | चार धाम यात्रा पंजीकरण 2023 |
संबंधित विभाग | पर्यटन विभाग , उत्तराखंड |
पंजीकरण हेतु पोर्टल | देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल |
पंजीकरण शुरू | शुरू |
वर्तमान वर्ष | 2023 |
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चार धाम यात्रा 2023 के नियम
- पंजीकरण के बाद श्रद्धालु के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक QR Code भेजा जाएगा|
- इसके बाद सभी को दर्शन के समय प्रवेश पर QR Code को दिखाना होगा|
- स्लॉट के साथ एक टोकन भी प्रदान किया जाएगा|
- ऑनलाइन पंजीकरण से अपेक्षित तीर्थयात्रियों की संख्या का अनुमान लगाने और उसी के लिए बेहतर सुविधाओं की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी|
- केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए पंजीकरण उपलब्ध है जो क्रमशः 25 अप्रैल और 27 अप्रैल को खुलेंगे|
- ऑनलाइन बुकिंग के समय यात्रियों के आईडी प्रूफ जमा करने होंगे|
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चार धाम यात्रा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य जानें
- Char Dham Yatra Registration सभी उत्तराखंड के बाहर से आने वाले व्यक्तियों को करवाना आवश्यक होगा।
- चार धाम यात्रा पंजीकरण देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल के माध्यम से किया जा सकेगा। आवश्यक है की इसमें आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी।
- उत्तराखंड के मूल निवासियों को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है।
- सभी यात्रियों को जिन्हे वैक्सीन की दोनों डोज़ लग चुकी हैं उन्हें डोज़ के 15 दिन बाद का प्रमाण पत्र दिखाना होगा। जिसके बाद उन्हें यात्रा की अनुमति मिलेगी। यात्रा में आना वक्सीनशन सर्टिफिकेट लाना होगा।
- जिस यात्री ने एक डोज़ या कोई भी डोज़ नहीं लगवाई है उन्हें 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
- हाईकोर्ट द्वारा चारों धामों में निर्धारित की गयी श्रद्धालुओं की निश्चित संख्या की बाध्यता अब हटा दी गयी है। हालाँकि एसओपी के अनुसार धामों की कोविड वहन क्षमता के आधार पर ही दर्शन किये जा सकेंगे। जिसमें 6 फ़ीट की सामाजिक दूरी का पालन अनिवार्य होगा।
- यात्रा की जांच के दौरान अगर कोई संक्रमित होने की सम्भावना या इसके लक्षण दिखते है तो उस यात्री को जांच के लिए भेजा जाएगा और उसके लक्षणों के गंभीरता के आधार पर केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय के प्रोटोकॉल के तहत आगे रेफर किया जाएगा।
- श्रद्धालुओं को बदरीनाथ और केदारनाथ में दर्शन के लिए देवस्थानम बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराया जाने वाला निशुल्क टोकन लेना होगा।
- यात्रा और दर्शन के दौरान सभी तीर्थयात्रिओं को सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करना होगा। साथ ही सभी प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।
- देवस्थानम परिसर में प्रसाद देना और टीका लगाने पर पाबंदी होगी। साथ ही सभी यात्रिओं को मूर्तियों , घंटियों व प्रतिरूप , ग्रंथो आदि को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी।
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char dham yatra e pass online registration
- सबसे पहले www.registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाएं और और यहां चार धाम यात्रा 2023 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनकर जरूरी जानकारी को भरकर साइन इन करें।
- इसके बाद आपका मोबाइल नंबर मांगा जाएगा जिसके बाद आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इस प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप साइट पर लॉगिन कर पंजीकरण वाले पेज पर पहुंच जाएंगे जहां आपके सामने कई विकल्प होंगे।
- ‘प्लान यूअर टूर’ के विकल्प पर क्लिक करेंगे और फिर एड न्यू टूर पर क्लिक करना होगा। जहां नया पेज आपके सामने होगा।
- यहां आपको यात्रा की अवधि (आने जाने की तारीख), पर्यटकों की संख्या, और यात्रा का माध्यम चुनकर भरना होगा। यहां आपके सामने स्लॉट दिखाई देंगे की उस तारीख में उपलब्ध हैं या नहीं।
- इसके अलावा यात्रा का डेस्टिनेशन (बदरीनाथ, केदारनाथ) को सलेक्ट कर तारीख का चयन करना होगा।
- फिर एड बटन पर क्लिक कर सेव करें। इसके बाद नए पेज पर आपको अपनी पूरी जानकारी, आधार नंबर, एड्रेस आदि भरना होगा और अपना फोटो और आईडी प्रूफ अपलोड करना होगा।
तीर्थयात्री आधिकारिक वेबसाइट – uk.gov.inपर हेलीकॉप्टर के माध्यम से केदारनाथ पहुंचने के लिए अपना टिकट बुक कर सकते हैं|
क्या चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है?
उत्तराखंड सरकार ने 22 अप्रैल, 2023 से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। नई रिपोर्ट के अनुसार, चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले सभी तीर्थयात्रियों को अनिवार्य पंजीकरण कराना होगा।
चार धाम यात्रा 2023 कब शुरू होगी?
छह महीने के लंबे शीतकालीन अवकाश के बाद, जल्द ही वार्षिक चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। अप्रैल से उत्तराखंड के चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन आम लोगो के लिए शुरू हो जाएंगे। वार्षिक चार धाम यात्रा आधिकारिक तौर पर अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) से शुरू होगी।
क्या हम बिना रजिस्ट्रेशन के केदारनाथ जा सकते हैं?
भक्त चार मंदिरों – केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलने का बेसब्री से इंतजार करते हैं. और अगर आप इस साल पवित्र तीर्थों के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको पहले से अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा